तेरा एहसास
होता है हर स्वांस,
साधारण सा लम्हा भी
हो जाता है जैसे खास।।
तेरा एहसास . . .
# दूर होकर भी
हरदम होता है तू पास
मन क्यों बेचैन है हो उठता
बढ़ती क्यों जाती है प्यास।।
तेरा एहसास . . .
# अब दरस दिखा हे बनवारी,
तो कटे ये वनवास।
और मिटे तेरे दर्शन की
बरसों की मेरी प्यास।।
तेरा एहसास . . .
# आशुसुधा हैं चाकर तेरे
गुलाम हैं तेरे, हैं तेरे दास
कृपा करना, रज़ा तेरी में रहें अब
देना तू सदा अपना विश्वास ।।
तेरा एहसास, ये तेरा एहसास,
कायम रहे सदा, तेरा एहसास . . .
श्री गोपाल प्यारे ( ईश्वर ) को समर्पित एक तुच्छ भेंट
🙏जय गोपाल🙏
Bht sundar ashusudha ji👍✔
Happy reading readers
Yours loving warrior
Naina