क्यों ये दूरियाँ हैं
तेरे मेरे दरमियान,
क्यों इतनी मजबूरियाँ हैं
क्यों इतना इम्तिहान।।
# कौन सा तुझसे मांग लिया
ऐ मालिक!! मैंने सा…रा जहान
एक छोटी सी ही तो ख्वाहिश है
कर दे उसे पूरा, अब रख ले मान।।
क्यों ये दूरियाँ हैं
तेरे मेरे दरमियान,
क्यों इतनी मजबूरियाँ हैं
क्यों इतना इम्तिहान।।
# कौन सा तुझसे मांग लिया
ऐ मालिक!! मैंने सा…रा जहान
एक छोटी सी ही तो ख्वाहिश है
कर दे उसे पूरा, अब रख ले मान।।