किरणे…आपके आफताब की 14 Sep 201714 Sep 2017Warrior Naina Happy reading! Yours loving warrior Naina Share this:TwitterFacebookEmailPinterestWhatsAppLike this:Like Loading... Related
I am totally in ashushudha’s side…. It’s the beginning…. Naa kuch jhara hai… Na kuch zarega…. Aur agr kuch gir gaya toh… Naya zarur lautega…!!! Just like spring season…. LikeLiked by 1 person Reply
मिलके नित बढ़ते चलेंगे ” है बात ये उनके ख्वाब की है हमेशा संग हमारे ” किरणे आपके आफ़ताब की…… 🙏🙏 LikeLiked by 3 people Reply
Bt u r the base इमारत कितनी भी ऊँची हो जावे महत्त्व नींव का सदा रहता है Thanks to U for being the “नींव” 🙏🙏🙏 LikeLiked by 3 people Reply
That is too much of compliment…And welcome u r added in our team..We inspire each other and make series… LikeLiked by 2 people Reply
बात बचपन में पढ़ी थी ” सुखों के जिस तालाब की” अब ये जाना, है संग हमारे ” किरणे उस (आपके) आफ़ताब की….” LikeLiked by 4 people Reply
होती ज़रूरत उनको नहीं कभी किसी दिखावे, किसी नक़ाब की रौशन हमेशा संग हैं जिनके किरणे आपके आफ़ताब की…. LikeLiked by 4 people Reply
तो क्यों डरें और क्यों हम सहमें क्यों गफ़लत में पड़ जाएँ हम “अश्क के अनमोल मोती व्यर्थ क्यूँ बहाएँँ हम देंं खुशी हर एक जन को “वजह हम बनें मुस्कान की आगे रखें हम नेकियाँ ‘उनकी’ “आख़िर ये बात है ‘उनकी’ शान की जान लो अब बातें पढ़ लो उनके दिल की उस किताब की है हमेशा जब संग हमारे ” ये किरणे, आपके आफ़ताब की….. है हमेशा संग हमारे ये किरणे आपके आफ़ताब की…..!!! LikeLiked by 4 people Reply
न झर रही, न झर चुकी है “पंखुड़ियाँ इस गुलाब की” तो क्या ज़रूरत है ऐ जानिब “इन ‘अश्कों के सैलाब’ की और जब साथ हैं हमारे’ “ये किरणे आपके आफ़ताब की LikeLiked by 3 people Reply
यदि अनुमति हो तो मैं इसे अपने नज़रिये से लिखने का प्रयास करुँ… यदि अनुमति हो तो….🙏🙏 LikeLiked by 2 people Reply
देखो आप ही की बात से स्पष्ट है कि झर जाने के बाद भी लगातार झर रही हैं पंखुड़ियाँँ गुलाब की तो इसका तो यही अर्थ हुआ न कि ये गुलाब झर कर भी पूरा नहीं झरा है मतलब कि ये कभी समाप्त हो ही नहीं सकता हमारे लिए ( अपने अपनों के लिए) सही है न….. LikeLiked by 3 people Reply
बस बची हैं तो अब किरणें आपके आफ़ताब की क्या सच में ऐसा है…..?? यदि ना , तो फ़िर ये अश्कों की लड़ियाँ किसलिए यदि हाँ तो फ़िर ये बात क्यों LikeLiked by 3 people Reply
I am totally in ashushudha’s side…. It’s the beginning…. Naa kuch jhara hai… Na kuch zarega….
Aur agr kuch gir gaya toh… Naya zarur lautega…!!!
Just like spring season….
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Wonderful poem by both of you !!
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waah kavitaon ki mahfil…..shandar.
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Thanks
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Thanks Madhusudan ji 🙏🙏
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मिलके नित बढ़ते चलेंगे
” है बात ये उनके ख्वाब की
है हमेशा संग हमारे
” किरणे आपके आफ़ताब की…… 🙏🙏
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Perfect✌
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Bt u r the base
इमारत कितनी भी ऊँची हो जावे
महत्त्व नींव का सदा रहता है
Thanks to U for being the “नींव” 🙏🙏🙏
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That is too much of compliment…And welcome u r added in our team..We inspire each other and make series…
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🙏🙏 सौभाग्य हमारा . . . 🙏🙏
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Hehe😉✌
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Add ur creation as a new post…Titled किरणे आपके आफताब की- 2
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जी
जो आज्ञा 🙏🙏
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✌😁
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बात बचपन में पढ़ी थी
” सुखों के जिस तालाब की”
अब ये जाना, है संग हमारे
” किरणे उस (आपके) आफ़ताब की….”
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होती ज़रूरत उनको नहीं कभी
किसी दिखावे, किसी नक़ाब की
रौशन हमेशा संग हैं जिनके
किरणे आपके आफ़ताब की….
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तो क्यों डरें और क्यों हम सहमें
क्यों गफ़लत में पड़ जाएँ हम
“अश्क के अनमोल मोती
व्यर्थ क्यूँ बहाएँँ हम
देंं खुशी हर एक जन को
“वजह हम बनें मुस्कान की
आगे रखें हम नेकियाँ ‘उनकी’
“आख़िर ये बात है ‘उनकी’ शान की
जान लो अब बातें पढ़ लो
उनके दिल की उस किताब की
है हमेशा जब संग हमारे
” ये किरणे, आपके आफ़ताब की…..
है हमेशा संग हमारे
ये किरणे आपके आफ़ताब की…..!!!
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न झर रही, न झर चुकी है
“पंखुड़ियाँ इस गुलाब की”
तो क्या ज़रूरत है ऐ जानिब
“इन ‘अश्कों के सैलाब’ की
और जब साथ हैं हमारे’
“ये किरणे आपके आफ़ताब की
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यदि अनुमति हो तो मैं इसे अपने नज़रिये से लिखने का प्रयास करुँ…
यदि अनुमति हो तो….🙏🙏
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Bilkul🥂
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देखो आप ही की बात से स्पष्ट है कि
झर जाने के बाद भी लगातार झर रही हैं
पंखुड़ियाँँ गुलाब की
तो इसका तो यही अर्थ हुआ न कि ये गुलाब झर कर भी पूरा नहीं झरा है
मतलब कि ये कभी समाप्त हो ही नहीं सकता हमारे लिए ( अपने अपनों के लिए)
सही है न…..
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Absolutely correct☺✌
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बस बची हैं तो अब किरणें
आपके आफ़ताब की
क्या सच में ऐसा है…..??
यदि ना , तो फ़िर ये अश्कों की लड़ियाँ किसलिए
यदि हाँ तो फ़िर ये बात क्यों
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Hm
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Very well written warrior Naina ji
Beautiful resited 👌👌👍👍
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Very well written warrior Naina ji
Beautiful resisted 👌👌👍👍
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Thnk u
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