उन्होंने कहा
हम कई बार सुन लीये जो
तुम ने कहा
उफ तक नही की तुम्हारी कड़वाहट पर
तुम हमारी इतनी सी बात पे बिखर गई
सवाल उसपे उठाया था
जो कुछ था भी नहीं
तुम इतना क्यों नराज़ हुई
कह कर इतना वो चल दिये
हम क्या कहते
हम तो जैसे मर ही गये
हमारी दिल ने फिर हमें आवाज़ दी
तुम सही हो और बस अब न निराश रहो
बत्तमीज़ तुम इसलिए नही हुई क्योंकि
किसी और पे सवाल हुआ
सवाल वो तुम सह न साकी जो
तुम पे बार बार हुआ
सीता को भी राम से यही शिकायत हुई
धरती माँ को फिर वो पुकारने लगी
जब तुम थी उस तऱफ आईने के
तुम ने तो आंखो को भी खाराब कहा था
वफ़ाई पर शक तो दूर की बात है
तुम ने ‘उन्हें’ ही वफा कहा था
Happy reading!
Yours loving warrior
Naina
Great.
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thnx aruna💕
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Welcome dear💖
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